Wednesday, April 7, 2021

जनवरी-मार्च 2021 अंक

 


संस्थापक

शिव वर्मा


संपादकीय परामर्श

असग़र वजाहत


संपादक

मुरली मनोहर प्रसाद सिंह   

 चंचल चौहान


संपादन सहयोग

कांतिमोहन ‘सोज़

रेखा अवस्थी

जवरीमल्ल पारख

संजीव कुमार

हरियश राय

बली सिंह


कार्यालय सहयोग

मुशर्रफ़ अली


इस अंक की सहयोग राशि

साठ ऱपये

(डाक ख़र्च अलग)


संपादकीय कार्यालय

ख़सरा नं0 258 , लेन नं0 5, चंपा गलीवेस्ट एंड रोड,

सैदुल्ला जाब, (साकेत मैट्रो के पास)

नयी दिल्ली-110050


Email : jlsind@gmail.com

Website : www.jlsindia.online

Mobile : 9818859545, 9818577833


प्रकाशनसंपादनप्रबंधन पूर्णतया 

ग़ैरव्यावसायिक और अवैतनिक

पत्रिका में प्रकाशित विचार लेखकों के अपने हैं 

जलेस की सहमति आवश्यक नहीं

 वर्ष 35  : जनवरी-मार्च 2021

 अनुक्रम

 संपादकीय

            संघर्ष की विरासत : पेरिस कम्यून : 150 वर्ष  

 पेरिस कम्यून : सर्वहारा क्रांति की विरासत : चंचल चौहान 


                वैचारिक विमर्श 

 हिन्दुत्व बनाम हिन्दू धर्म : आदित्य निगम

मुक्ति का संश्लिष्ट विमर्श : दलित-वाम साझेदारी  : बजरंग बिहारी तिवारी

 

       किसान आंदोलन : समसामयिक परिदृश्य 

 समय इस तरह का आ गया है : सुरजीत पातर 

किसान आंदोलन : भाजपा का दुष्प्रचार : पी साईनाथ 

दो नज़्में :  गौहर रज़ा

              

            किसान आंदोलन : ऐतिहासिक परिदृश्य 

 मुग़लकालीन किसान आंदोलन : सूरजभान भारद्वाज 

औपनिवेशिक भारत में  किसान आंदोलन: एक अवलोकन :

                                                         राजेश कुमार 

पंजाबी कहानी : शुरू से.... :  कुलवंत सिंह विर्क

 

             स्मृति शेष : जो साथ रहेंगे हरदम 

 बंसी कौल  का रंग क्षेत्र और रंग रसायन : रामप्रकाश त्रिपाठी 

सागर सरहदी का जाना : शम्सुल इस्लाम 

सागर सरहदी की याद को नमन : शैलेश सिंह 

                विशेष स्मरण 

 डॉ. महादेव साहा : चलते-फिरते विश्वकोश : श्रीनारायण पांडेय

                   कविता 

प्रेम रंजन अनिमेष, मनजीत मानवी, शैलेंद्र अस्थाना, अशोक सिंह, नरेश अग्रवाल, महेश केशरी 

                 उर्दू कहानी

 जन्नत नसीबी :  नूर ज़हीर

                 पर्यावरण 

दरकते पहाड़ों की अकथनीय व्यथा : विजय विशाल      

                    रिपोर्ट 

 किसान आंदोलन के साथ लेखकों, कलाकारों और सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों की एकजुटता :

                                          प्रस्तुति : बजरंग बिहारी तिवारी

 

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